रायपुर, सरकारी स्कूलों के प्रति आम पालकों के घटते विश्वास के बीच रायपुर में पदस्थ दो डिप्टी कलेक्टरों ने अपने बच्चों का नाम सरकारी स्कूल में लिखवाया है। शहर के सरकारी प्री-प्राइमरी और प्राइमरी स्कूल शांति नगर में रायपुर में पदस्थ संयुक्त कलेक्टर राजीव पाण्डेय ने अपनी दो बेटियों अवंतिका पाण्डेय को कक्षा दो और आशी को नर्सरी में दाखिला दिलाया है।
वहीं डिप्टी कलेक्टर उज्ज्वल पोरवाल ने अपने बेटे सक्षम पोरवाल का नर्सरी में दाखिल कराया है। बता दें कि रायपुर में यह पहला ऐसा सरकारी स्कूल है, जहां पर प्री नर्सरी की भी कक्षाएं लगती हैं। सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां संयुक्त कलेक्टर राजीव पाण्डेय की धर्मपत्नी प्रीति पाण्डेय अपने बच्चों को रोज स्कूल लेकर आती हैं और तीन से चार घंटे तक दूसरे बच्चों के लिए भी कक्षाएं लेती हैं।
संयुक्त कलेक्टर की पत्नी बोलीं- निजी और सरकारी स्कूल में कोई फर्क नहीं
यहां बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहीं संयुक्त कलेक्टर की पत्नी प्रीति पाण्डेय से बात की तो उन्होंने कहा कि यह सोचना कि सरकारी और निजी स्कूल में कोई ज्यादा अंतर है, गलत है। पाण्डेय ने कहा कि जब तक पालक खुद ही अपने बच्चों के प्रति सचेत नहीं होंगे, तब तक बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
इन्होंने बढ़ा दिया सरकारी स्कूल का मान
डिप्टी कलेक्टर उज्ज्वल पोरवाल और उनकी पत्नी स्र्चि, जो कि खुद ही व्याख्याता हैं, इस परिवार ने इसी शांति नगर में ही अपने बच्चे सक्षम पोरवाल को नर्सरी में दाखिला दिलाया है। इसके पहले आइपीएस अफसर डी. रविशंकर ने अपनी बिटिया दिव्यांजलि का दाखिला शहर के सरकारी प्राइमरी स्कूल शांति नगर में कराकर मिसाल पेश की थी। सरकारी प्री-प्राइमरी एवं प्राइमरी स्कूल शांति नगर की प्रधानपाठिका द्वय विजय मुदलियार और एस मढ़के कहतीं है हमारे स्कूल में अफसरों के बच्चे पढ़ते हैं इससे बहुत खुशी होती है। इन बच्च्चों के साथ-साथ गरीब वर्ग के बच्चे भी आते हैं तो अमीर और गरीब का भेद भी मिट जाता है।