brijesh parmar
उज्जैन।श्रीमहाकालेश्वर भगवान की कार्तिक माह में पहली सवारी सोमवार अपरांहह श्री महाकालेश्वर मंदिर से निकाली गयी।चांदी की पालकी में सवार भगवान ने श्रद्धालुओं को मनमहेश स्वरूप में दर्शन दिए।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामण्डप में भगवान श्री मनमहेश का विधिवत पूजन अर्चन किया गया। पूजन शासकीय पुजारी धनश्याम शर्मा द्वारा किया गया।सवारी जैसे ही मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, पालकी में विराजित भगवान को पुलिस के जवानों द्वारा सलामी दी गयी।
तत्पश्चात भगवान श्री मनमहेश अपनी प्रजा का हाल जानने भ्रमण पर निकले।कार्तिक माह की प्रथम सवारी विधिवत पूजन- अर्चन के बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट क्षिप्रा तट पहुंची। जहॉ पर भगवान श्री मनमहेश का क्षिप्रा के जल से अभिषेक किया गया। पूजन- अभिषेक के पश्चात सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिेक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। भगवान श्री मनमहेश का सवारी मार्ग पर खडें श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया।भगवान श्री मनमहेश की सवारी के आगे-आगे तोपची तोप के माध्यम से राजाधिराज के आगमन की सूचना देते हुए चल रहे थे। सवारी में मंदिर के पुजारी एवं पुरोहित, पुलिस बैंड, घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान, भजन मंडलियॉ व धर्मपरायण जनता भगवान श्री महाकालेश्वर का गुणगान करते चल रहे थे।
श्री महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक एवं अगहन (मार्गशीर्ष) माह में निकलने वाली सवारियॉ क्रमशः द्वितीय सवारी 11 नवम्बर, तृतीय सवारी 18 नवम्बर तथा शाही सवारी 25 नवम्बर को निकाली जावेगी। हरिहर मिलन की सवारी रविवार 10 नवम्बर 2019 को रात्रि में निकाली जावेगी।