पेड़ और बिजली के खंबे गिरे, कहर बनकर गिर ओले
kamlesh pandey
छतरपुर। जिले में अलसुबह अचानक आए आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि ने भारी नुकसान किया है। नौगांव और छतरपुर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में पेड़ और बिजली के खंबे धराशायी हो गए। नौगांव के नजदीक एक झोपड़ी गिरने से उसमें दबकर वृद्धा की मौत हो गई। राजस्व की टीमें क्षेत्रों में नुकसान का आंकलन करने में जुट गई है। अंचल में पिछले दो दिनों से मौसम सामान्य था। बुधवार की सुबह लोग नींद से जाग पाते इसके पहले ही भयानक आंधी के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। भीषण आंधी और ओलावृष्टि से जिले के नौगांव अंचल में सर्वाधिक नुकसान हुआ। कस्बा नौगांव सहित लगभग आधा दर्जन गांवों में बिजली के खंबे, पेड़ धराशायी हो गए। ओलावृष्टि से जंगल में विचरण कर रहीं मोरों, पेड़ों पर बैठे पक्षियों की मौत हो गई। नौगांव क्षेत्र के बेलाताल रोड पर ग्राम नैगुंवा से लगभग 6 किमी दूर खेत पर बनी एक झोपड़ी के गिरने से वृद्धा की दब जाने से मौत हो गई। 70 वर्षीय वृद्धा भुना कुशवाहा अपने बेटी-दामाद के साथ खेत पर बनी झोपड़ी में रहती थी। आंधी-तूफान ने छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों को प्रभावित किया है। रामपुर, ढ़िला, धौरी, खरका, बनपुरा सहित अन्य गांवों में कई लोगों के आशियाने उजड़ गए। ग्राम बनपुरा में आंधी से एक टावर के परखच्चे उड़ गए। खेतों में लगी सब्जी की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
छतरपुर में आंधी ने मचाई तबाही, पक्षी मरे, वृद्धा की मौत